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एक ही ईश्वर (हिन्दी कविता )


 एक ही ईश्वर
 एक ही अल्लाह
 एक ही ईशा
 व एक ही गुरु
 नाम अनेक-रूप अनेक
 सबका रास्ता एक ही 
 कोई पूजे माटी-कोई पूजे तारा 
 कोई पूजे सूरज तो कोई पूजे चंदा
 सबकी परम-सत्ता एक ही
 पानी के सब कण लोटे में रहे
 या बहे बन गंगा की धारा
 जा मिले समुंदर में 
 या बारिश बन माटी में मिल जाये
 कहलाये जल या पानी ही 
 प्यास बुझाये धर्म ना देख कर 
 फिर कितना भी कह लो ईश्वर मेरा
 अल्लाह तेरा...
 क्या पता किस गली किस नुक्कड़ पे
 मेरा अल्लाह-मेरा ईश्वर तेरी प्यास बुझाये
 अपने सीने को चीर को देखना
 तुम्हारी ह्रदय -धमनी -शिरा का
 कोई अंतर नजर आये
 तो कहना...
 बनाया तो किसी एक ही ने होगा
 नाम भले अनेक होंगे...
 धर्मों की हर बात पर झंडा फराने वाले
 धर्मों की दलाली करने वाले
 धर्मों के नाम पर मासूमों का मारने वाले
 धर्मों के नाम पर घरों कों उजारने वाले
 बुड़बक.... सच कहना
 कभी गीता पढ़ी तुमने
 या तुमने पढ़ी कुरान व बायबिल
 या पढ़ी तो समझा उनके लिखे को
 या यूँ ही उड़ रहे हो उन उंगलियों पर
 जो कहते हैं चूहा उड़ - कुत्ता उड़...
अपने दिमाग की परतें जरा खोलो
 घबराओ मत तुम्हारा दिमाग
आठ हड्डियों से बने बक्से में सुरक्षित है
 कुछ नहीं होगा...
 बस अपने दिमाग पर जोर डालो
 माना कि कुछ अविष्कार करने में
 अपने दिमाग को लगा नहीं सकते
 अच्छा काम करके अपने दिमाग को
 सुकून नहीं दे सकते 
 पर दिमाग पर थोड़ा जोर तो लगाओ
 क्या सही है क्या गलत है
 यह सोचने की थोड़ी कसरत तो कर लो
 शरीर के साथ दिमाग की कसरत ना करो
 तो जंग लग ही जाता है....
 तो 
 हवा को हवा कहो या बयार
 या कहो पवन या मारूत 
 नाम अनेक पर काम एक
 सबके फेफड़े में ही समाये
 हो इंसान या जानवर...
 सूरज को बनाने वाले सत्ता भी एक ही है
 सबको रोशनी पहुंचाने वाले सत्ता भी एक ही है
 फिर तुम क्यूँ अपना गला फाड़ रहें हो
 मंदिर मस्जिद के नाम पर लोगों के घर
क्यूँ बाँट रहे हो...
अगर है हिम्मत तो बाँट लो
सूरज को - पानी को - हवा को...
चल बुड़बक.... 
सारी हेकड़ी निकल जाएगी
सूरज से दो मिनिट आँख मिलाने की
हिम्मत भी ना होगी तेरी..
तो बात ना कर धर्मों की
ना ईश्वर की कर
ना अल्लाह की कर
ये अपना खुद देख लेंगे
अपनी सुरक्षा - अपने ठिकाने का
तु अभी नादान है
इतनी तेरी औकात नहीं
की सबकी रक्षा करने वाले परम सत्ता की
सुरक्षा की तुम बात करों ...
बात करों तुम पेट की शूधा की
बात करों ना रोजगार की
बात करों शिक्षा की
व बात करों चिकित्सा की
इतनी तुम्हारी हो जाये पूरी
समझ लेना ईश्वर मिल गया
अल्लाह मिल गया....



 चित्र साभार :
Shutterstock.com




 

 






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